डिमेट अकाउण्ट बैंक अकाउण्ट की तरह ही है। यह आपके शेयर का हिसाब-किताब रखती है । अपने सेविंग अकाउण्ट से डिमेट अकाउण्ट में पैसे डालकर आप शेयर का कारोबार कर सकते हैं । जितना बड़ी राशि उतना बड़ा करोबार !
अब सेबी क्या है? एनएसडीएल और सीडीएसएल क्या है? ब्रोकर कौन होते हैं?
शेयर बाजार (Share Market) में धन्धा करने के पहले इनके बारे में भी जानना आवश्यक है। सेबी यानि सेक्यूरिटी एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया यह भारत सरकार की वह संगठन है जो शेयर कारोबार को नियंत्रित करती है। इसी सेबी द्वारा दो संगठनों को डीमैट अकाउंट खोलने कि जिम्मेदारी दी गई है
पहला है एनएसडीएल (NSDL)और दूसरा है सीडीएसएल (CDSL) यह दोनों भारत सरकार के संगठन में पजीकृत डीपाजीटरी पार्टिसिंपेंट हैं जिन्हें संक्षेप में डीपी कहा जाता है। और यही डीमैट अकाउंट (DEMAT) खोल सकते है। इनके अलावा और कोई डीमैट अकाउंट नहीं खोल सकता।
इसे इस प्रकार भी समझते हैं कि एनएसडीएल और सीडीएस एल में 500 से भी ज्यादा डीपी रजिस्टर हैं जिनमें से किसी के पास भी हम अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते है । आप किसी भी डीपी से अपना खाता खुलवायें सभी डीपी सेबी के प्रति जवाबदार होंगे। ब्रोकर भी जब डिमैट अकाउट खोलते हैं तो उस अकाउंट को इन्हीं दोनों संगठनों से रजिस्टर किया जाता है जिसकी सूचना आप को आज कल मेल से प्राप्त हो जाती है। कुल मिलाकर ये समझें तो ब्रोकर वे बिचौलिए हैं जो आपके खाते की देखरेख करते हैं साथ ही आपको समय-समय पर शेयर के मामलों में आपको सलाह मषवरा भी देते हैं । जाहिर जिसके बदले वे आपसे चार्ज लेते हैं जो बहुत ही कम होता है । फिर भी आप इस चार्ज का मोल-भाव कर सकते हैं । परन्तु कई सारे डीपाजिटरी पार्टिसिपेंट आपसे डीमैट अकाउंट खुलवाने के पैसे भी नहीं लेते और मुफ्त में आपको डीमैट अकाउंट खोल के देते है।
आवश्यक दस्तावेज
पेनकार्ड
कैन्सल चेक
बैंक पासबुक जो नेट बैंकिंग से जुड़ा हो
फोटो
आधार कार्ड
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शेयर बाजार कैसे समझें