हाल ही में फेसबुक ने अपना ब्रांड नाम बदलकर मेटा रख दिया है फेसबुक ने नई तकनीक मेटावर्स के लिए ये सबकुछ करने जा रही है समझने की कोशिश करते हैं मेटावर्स (Metaverse) क्या है ?और क्या खूबियां होंगी इसमें ?
Metaverse क्या है ?
आप कल्पना कीजिए आप अपने घर में बैठे हैं और दुनियां की किसी भी हिस्से में पलक झपकते ही पहुँच जाएं तो आप इसे सपना ही कहेंगें । मगर अब नई तकनीक मेटावर्स के जरिए ये सबकुछ सम्भव होने जा रहा है।
अब तक लोग इंटरनेट के जरिए वेबसाईट और संदेषों को आदनप्रदान कर रहें हैं अब वे स्वयं संदेषवाहक बनकर दुनियां के किसी भी हिस्से में व्यक्तिगत तौर पर मौजूद रह सकते हैं । वे दुनियां के किसी भी बाजार में जाकर खरीदारी कर सकते हैं और पूरी दुनियां घूम सकते हैं, और दूर-दराज हिस्से में मौजूद सगे संबंधियों से बातचीत कर सकते हैं उनके साथ घूम-फिर सकते हैं -ठीक उसी तरह जिस तरह पौरणिक कथाओं में नारद मुनि तीनों लोक घूमते हैं और देवताओं और असुरों से व्यक्तिगत तौर पर मौजूद होकर बातचीत करते हैं।
बहरहाल, फेसबुक को इतना सबकुछ करने के लिए 10 अरब डॉलर की जरूरत पड़ रही है। और अगले दस सालों में फेसबुक के जरिए हम अपने सगे संबंधियों के पास पहुँच जाएंगे।
ज्यादातर विडियो गेम वर्तमान में इसी तकनीक पर अपने खेलों की डिजाईन कर रहें हैं । जिसमें आपके पास कंट्रोल होता है और आप विडियों में दिखाए गए किसी पात्र को सजीव जीते हैं, मगर मेटावर्स (Metaverseमें आप स्वयं उस जगह पर होगें जहाँ आप पहुँचना चाहते हैं । इसके लिए फेसबुक के मुताबिक 10 साल का इंतेजार करना होगा।
क्या चीजों की जरूरत पड़ेगी ?
बहरहाल फेसबुक के मुताबिक इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आपके पास वर्चुअल रिआलिटी हेंडसेट, ऑगमेंटेड रिआलिटी ग्लासेस, स्मार्टफोन एपस, और दूसरी अन्य डिवाईसिस की जरूरत पड़ेगी।
इतना सबकुछ देखने के लिए 10 साल आपको इंतेजार करना होगा। शायद पहले हो जाए ! लेकिन भविष्य बहुत जल्द ही मेटावर्स का होने जा रहा है ।
इसे भी पढ़िए ! भविष्य की गाड़ियां ऐसे चलेगीं