क्या त्वचा संबंधी कई समस्याओं के लिए अक्सर डाईट को दोष दिया जाता है? कील मुहासों के लिए ज्यादा मसालेदार, तीखा, गरिष्ठ भोजन को ही दोष दिया जाता है ? आखिर वे कौन से खाने पीने की चीजें है जिससे हमें परहेज करना चाहिए? जो इस प्रकार की समस्याओं को पैदा करते हैं।
देवास के जनरल फिजीशियन ईएसआईएस हॉस्पिटल बताते हैं कि भले ही आप मोटे न हों लेकिन शुगर लिवर को उतना ही खराब करती जितना अत्यधिक शराब का सेवन। इसीलिए हो सके तो सोडा, पेस्ट्री, चॉकलेट और कैंडी जैसे पेय और खाद्य पदार्थ का बहुत ही कम मात्रा में सेवन करना चाहिए।
आयुवेदिक इलाज में भस्मों का प्रयोग बहुत होता है। लेकिन यह जानना जरूरी है कि भस्मों के प्रयोग से लिवर और किडनी पर क्या असर हो रहा है । उदाहरण के लिए अमेरिका में रजोनिवृत्त के लक्षणों से निजात पाने के लिए कावा कावा नामक जड़ी का प्रयोग किया जाता है। शोध के अध्ययन ये बताते हैं कि इससे लिवर ठीक तरह काम करना बंद कर देता है। इसकी वजह से हेपेटाईटिस भी हो सकता है। और जो आगे चलकर लिवर को खत्म कर सकता है। सलाह ये है कि आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन भी आप चिकित्सकों की सलाह पर ही लें ।
आईए जानते हैं कि लिवर के दुश्मन कौन हैं?
पहला तो है मोटापा । आप कोशिश ये कीजिए की शरीर में मोटापा न हों । क्योंकि मोटापे से लिवर कोशिकाओं के आसपास फैट जमा होने लगता है।
जानिए:- कैसे मोटापा बढ़ता है ?
इसे नॉन अल्कोहेलिक फैट डिजीज कहा जाता है। मोटापे के कारण लिवर सूज जाता हैं और समय बीतने के साथ-साथ लिवर सख्त होने लगता है उस पर चीरे के निशान बनने लगते हैं । इसे सिरोसिस कहा जाता है। मोटापे के साथ यदि मधुमेह हो जाए तो लिवर के खराब होने का खतरा अधिक होता है। हांलांकि डायट नियंत्रण में करके तथा नियमित व्यायाम योग के जरिए आप इसे काबू में कर सकते हैं।
सॉफ्ट Drinks:- ज्यादा मात्रा में सॉफ्ट ड्रिंक्स का लेना आपको नान अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के मुहाने पर पहॅुचा देता है। इसके बदले स्वास्थ्य वर्द्धक पेय लिया जा सकता है जैसे लस्सी, छाछ या नींबू का पानी ।
दर्द निवारक गोलियांः किसी भी प्रकार की दर्द निवारक गोलियों का ज्यादा लेना लिवर के लिए नुकसान दायक होता है। एसिटामिनोफेन नामक एक दवा ऐसी है जो सिरदर्द जुकाम में भी दिया जाता है । इसका प्रयोग एक सीमा तक ही करें।
हाईड्रोजनेटेड तेल: इस प्रकार के तेल से तले हुए पदार्थ खाने से लिवर को खतरा पैदा हो जाता है। इसमें आलू की चिप्स, समोसे, कचौरी, भजिए, सेव नमकीन भी शामिल हैं । ट्रांसफैट्स से मोटापा बढ़ता है । यह लिवर के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं हैं ।
क्या करें ?
प्रतिदिन विटामिन ए की खुराक लें । विटामिन ए की कमी से न केवल लिवर संबधी रोग होते है बल्कि कई प्रकार के रोग पैदा हो सकते है।
जैसे भख की कमी, आंतों में गैस, सर्दी,खांसी ज्वर नजला, नेत्र सम्बधी रोग, झागदार दस्त, बच्चों में देर से दांत निकलना, इत्यादि
जानते हैं कि विटामिन ए किन खाद्य पदार्थो में मिलता है।
प्रति सौ ग्राम की मात्रा में विटामिन ए निम्न खाद्य पदार्थो में मिलता है।
जैसे हरा धनिया - 1000 अ.ई
पालक- 5500 अ.ई
पत्ता गोभी- 2000अ.ई.
ताजा पोदिना-2500अ.ई.
हरी मेथी- 4000 अ.ई
मूली के पत्ते- 6500 अ.ई
पका पपीता 2000 अ.ई.
टमाटर 300 अ.ई
गजर 3000 अ.ई.
पका आम- 45000 अ.ई.
काशीफल 1000 अ.ई.
बकरी की कलेजी 22000 अ.ई
दूध 200 अ.ई.
अंडा. 2000 अ. ई.
कहने का तात्पर्य ये है कि जितना प्राकृतिक चीजों का सेवन हम करेंगें उतना ही स्वस्थ्य रहेगें । और हर हाल में डिब्बा बंद चीज़ों के सेवन से बचना चाहिए।
लिवर को तंदरूस्त रखने के उपाय
देर से सोने व उठने की आदत से परहेज करें
सिगरेट शराब का सेवन न करें
छः घंटे की नींद अवश्य लें
खान पान संयमित रखें
खाने में नीबू व लहसुन का सेवन करें।
और विटामिन ए का सेवर करें
सभी प्रकार फल विशेषकर सेब का सेवन करें।
नियमित व्यायाम ध्यान व योग करें ।
तनाव रहित जीवन जीएं, तनाव से शरीर में क्रिया होती है जो लीवर को नुकसान पहूॅचा सकती है।
कैसे पहचाने कि आपका लिवर खराब है या हो रहा है।
मुंह से बदबू का आनाः
ठीक से ब्रश करने के बावजूद भी अगर मुंह से बदबू आती है तो इसका कारण लिवर हो सकता है क्योंकि ऐसी दशा में मुंह से अमेनिया ज्यादा रिसता है।
त्वचा का खराब होना
त्वचा का रंग उड़ गया है या उसमें सफेद धब्बे पड़ गए हों तो समझिए लिविर में गड़बड़ी है। तुरंत जांच करवाएं ।
पाचन तंत्र का खराब होना
लगातार पाचन तंत्र के खराब होने के कारण यह भी हो सकता है कि ये सीधे लिवर से जुड़ा है। क्योंकि इस दौरान लिवर में फैट यानि वसा जमा हो जाता है और वह बड़ा हो जाता है। ?
गहरे रंग का मलः
यदि लगातार गहरे रंग का मल हो तो समझिए लिविर में गड़बड़ी है। मगर एक दो दिन यह होता है तो शरीर में पानी की कमी से भी हो सकता है।
आंखों में पीला पनः
पीलिया के लक्षण जैसे आंखों की सफेदी वाले हिस्से में पीलापन और नाखूनों में पीलापन दिखने लगे तो समझिए लिवर संक्रमित हो रहा है।
मुंह में कड़वापन आना
लिवर एक एंजाईम पैदा करता है जिसे बाईल कहते हैं इसका स्वाद कड़वा होता है यदि आपको कुछ भी खाने पीने में कड़वापन का स्वाद आए तो समझ लिजिए बाईल मुंह तक आ गया है। और चिकित्सकीय सलाह की जरूरत है।
पेट में सूजनः
लीवर जब बड़ा हो जाता है तो पेट में सूजन आ जाती है और पेट बड़ा दिखने लगता है । लोग अक्सर इसे मोटापे से जोड़ते है।