कोरोना को अपना पैर पसारे पूरे विश्व में एक साल से ज्यादा का समय हो गया है । भारत की बात कहें तो मार्च 22 से पहला लाॅक डाउन लगाया गया था । हांलाकि बीच-बीच में Break लेकर कुछ अनिवार्य संस्थाएं जरूर चली । ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा जगत को पहुँचा है क्योंकि कोचिंग, स्कूल, काॅलेज सभी एक साल के लिए बंद थे और आज भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
ऐसे में जब से सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई और आईसीएसई की परीक्षा रद्द करने के अपने फैसले को सही ठहराया है तब 10वीं 12 और के परिणाम कैसे तैयार होगें इस पर बड़ी चर्चा हो रही है। जानते हैं कैसा होगा इन परीक्षाओं का मूल्यांकन और किस प्रकार बनेगें परीक्षा परिणाम ?
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हांलाकि सीबीएसई बार बार कह रही है कि तय किए गए मापदंडों के आधार पर तैयार परीक्षा परिणाम से विद्यार्थी अगर संतुष्ट नहीं होता है तो उनके लिए अलग से परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। सीबीएसई ने इसके तहत 12 के विद्यार्थियों के परीक्षा मूल्यांकन के लिए एक पैनल बनाया था। जिसमें 30 30 और 40 का एक फार्मूला तैयार किया गया था।
फार्मूले की खास बातें :-
इस फार्मूले में 10 और 11 के रिजल्ट का 30 फिसदी वेटेज दिया जाएगा और 12 के प्रीबोर्ड मूल्यांकन का 40 फिसदी वेटेज तय करने की बात कही थी। और इन बातों का ध्यान रखते हुए बोर्ड ने 4 जून को 12 वीं के रिजल्ट के लिए एक 13 सदस्यीय कमेटी तैयार की । इस कमेटी को ये निर्देश दिया गया कि 10 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट दे। बोर्ड के मुताबिक अगर सबकुछ ठीक रहा तो 31 जुलाई तक दोनों परीक्षाओं के यानि 10 तथा 12 के रिजल्ट जारी हो जाएंगे।
अब सवाल यह है कि कमेटी कैसी बनेगी? कौन-कौन होगें इस कमेटी में ?
यह कमेटी स्कूलों में ही बनायी जाएगी। और अपना फैसला सुनाएगी।
इस कमेटी में प्राचार्य तो होगें ही साथ ही दो सीनियर शिक्षक, और दो पास के स्कूल के ऐसे टीचर्स होगें जो 12 पढ़ाते हों । 12 वीं के लिए हर विषय में विद्यार्थी का काम देखा जाएगा जो यूनिट टेस्ट, मिड टर्म या प्रीबोर्ड तीनों परीक्षाओं में
ऐसे में कमेटी के पास यह अधिकार है कि किस परीक्षा को वह ज्यादा वेटेज देना चाहता है। कुल मिलाकर इतना प्रपंच सिर्फ पास करने के लिए होगा।
ऐसे बनेगा 12 का रिजल्ट
40 प्रतिशत वेटेज यूनिट टेस्ट,मिड टर्म और प्री बोर्ड की परीक्षाओं में विद्यार्थियों द्वारा किया गया परफांमेंस के आधार पर होगा।
11 क्लास
फाईनल परीक्षा में थ्योरी पेपर के आधार पर 30 प्रतिशत वेटेज
और
और
10 वीं
प्रमुख 5 विषयों में से 3 विषयों के थ्योरी पेपर के परफाॅमेंस के आधार पर माक्र्स मिलेगें । इसका वेटेज 30 प्रतिशत होगा।
अब देखना यह है कि विद्यार्थियों की तरफ से इसमें क्या प्रतिक्रिया आती है । इस पूरी अंक विभाजन में एक बात तो तय है कि 12 की परीक्षा में अच्छे अंक लाना हो तो उसे 10 और 11 में भी अव्वल रहना होगा। केवल 12 प्रीबोर्ड में अव्वल आना काफी नहीं है।