21 जून को खगोल विज्ञान का एक इतिहासिक दिन है। क्योंकि यह साल का पहला सूर्यग्रहण है । ग्रहण पिछले साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगा था। और इस साल का यह पहला ग्रहण है । इस दिन जो सूर्य ग्रहण होने जा रहा है ज्योतिषियों के अनुसार यह दुर्लभ है । एक दिन पूर्व ही इसका सूतक लग जाएगा। इस ग्रहण में पूर्ण सूर्यग्रहण होगा होगा । और रिंग आफ फायर यानि चूढ़ामणि की तरह दिखेगा।
सुबह 9:15 से शुरू होकर 12:10 तक इसका असर रहेगा । इस बीच अंधेरा छा जाएगा। और 3:04 बजे यह ग्रहण समाप्त हो जाएगा। यानि यह ग्रहण पूरे 6 घंटे बना रहेगा।
सूर्य ग्रहण होता कैसे है ?
सुबह 9:15 से शुरू होकर 12:10 तक इसका असर रहेगा । इस बीच अंधेरा छा जाएगा। और 3:04 बजे यह ग्रहण समाप्त हो जाएगा। यानि यह ग्रहण पूरे 6 घंटे बना रहेगा।
महाभारत काल में जब सूर्यास्त से पहले जयद्रथ को मारने की प्रतिज्ञा अर्जन ने की थी और कहा था कि अगर सूर्यास्त से पहले वह जयद्रथ को नहीं मार पाया तो वह अपने आपको समाप्त कर लेंगे । अर्जन की ऐसी प्रतिज्ञा सुनकर कौरवों ने जयद्रथ को बचाने के हर सम्भव प्रयास किए और कोशिश ये करते रहें कि अर्जन सूर्यास्त से पहले जयद्रथ तक न पहुँच पाए । मगर कृष्ण ने ऐसी लीला रची कि सूर्य के सामने बादल आ गए (शायद वह ग्रहण ही था) अंधेरा हो गया तो सबने सोचा अब अर्जन खुद को आग्नि को समर्पित कर देगा और अर्जन चिता में बैठने ही जा रहा था कि सूर्य फिर से निकल आया । चूंकि सुरक्षा व्यस्था ढीली पड़ गई तो अर्जन ने सीधे जयद्रथ का सिर काट दिया। कहने का मतलब है कि वह भी एक लम्बा सूर्यग्रहण था।
सूर्य ग्रहण होता कैसे है ?
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाती है तो चंद्रमा के समाने आ जाने पर सूर्य की रौशनी बराबर पृथ्वी पर नहीं पहुॅंच पाती तो ऐसी स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते है।
वैज्ञानिकों के लिए यह एक ओर यह ग्रहण शोध का विषय है क्योंकि इस दिन वैज्ञानिक सूर्य की वायुमंडल में होने वाले उथल पुथल का अध्यन करते है। और सूर्य के बारे में जानकारियों को वे अपडेट करते है। तो ज्योतिषियों के लिए यह विषेष मायने रखता है। इसका सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो रहा है।
वैज्ञानिकों की मानें तो दक्षिण भारत में यह सबसे बेहतर तरीके से दिखाई देगा। यहां पर डायमंड रिंग का नजारा बेहद अदभुत होगा। वहीं भारत के अन्य भागों में आंशिक सूर्य ग्रहण ही देखा जायेगा।
इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि करीब 6 घंटे की रहेगी। जबकि भारत में सूर्य ग्रहण सुबह 9.15 बजे से शुरू हो जायेगा। ग्रहण के शुरू और समाप्त होने का समय अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग होगा।
महाभारत काल में भी ऐसा ही सूर्य ग्रहण हुआ था
जानें सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव एवं दोष दूर करने के उपाय
मेष
मेष राशिवाले जातकों के लिए सूर्य ग्रहण आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। कार्य व्यापार में उन्नति होगी। आपके साहस एवं शौर्य की सराहना तो होगी ही आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किए गए कार्य भी सफल रहेंगे। परिवार में शांति बनाकर रखें।
वैज्ञानिकों के लिए यह एक ओर यह ग्रहण शोध का विषय है क्योंकि इस दिन वैज्ञानिक सूर्य की वायुमंडल में होने वाले उथल पुथल का अध्यन करते है। और सूर्य के बारे में जानकारियों को वे अपडेट करते है। तो ज्योतिषियों के लिए यह विषेष मायने रखता है। इसका सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो रहा है।
कहाँ कहाँ दिखेगा यह ग्रहण ?
26 जून का सूर्य ग्रहण भारत में तो दिखेगा ही साथ ही साथ यह नेपाल, पाकिस्तान, भूटान, बंग्लादेश, Australia Countries से भी देखा जा सकता है। दक्षिण भारतके कन्नानोर, कोयंबटूर, कोझीकोड, मदुरई मंगलोर , ऊटी, विरूचिरापल्ली इत्यादि जगहों से यह ग्रहण गुजरेगा।वैज्ञानिकों की मानें तो दक्षिण भारत में यह सबसे बेहतर तरीके से दिखाई देगा। यहां पर डायमंड रिंग का नजारा बेहद अदभुत होगा। वहीं भारत के अन्य भागों में आंशिक सूर्य ग्रहण ही देखा जायेगा।
इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि करीब 6 घंटे की रहेगी। जबकि भारत में सूर्य ग्रहण सुबह 9.15 बजे से शुरू हो जायेगा। ग्रहण के शुरू और समाप्त होने का समय अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग होगा।
महाभारत काल में भी ऐसा ही सूर्य ग्रहण हुआ था
ज्योतिषियों की सलाह
यह है कि इस दौरान कोई शभ कार्य न करें । सूतक काल में भोजन बनाना तथा खाना दोनों ही वर्जित है। देवी देवताओं की मूर्ति तथा तुलसी का स्पर्ष नहीं करना चाहिए।क्या करें
मंत्रों का उच्चारण करें । भगवान का ध्यान ओर भजन करें । तथा ग्रहण समाप्ति के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करें । हो सके तो सूतक काल से पहले ही भोजन तैयार कर उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रखें । 20 जून को ही 5:33 मिनट से ही सूतक लग जाऐगा। मंदिरों के कपाट इस दौरान बंद रहेंगे।जानें सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव एवं दोष दूर करने के उपाय
मेष
मेष राशिवाले जातकों के लिए सूर्य ग्रहण आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। कार्य व्यापार में उन्नति होगी। आपके साहस एवं शौर्य की सराहना तो होगी ही आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किए गए कार्य भी सफल रहेंगे। परिवार में शांति बनाकर रखें।
पूजन:- हनुमान जी की आराधना श्रेष्ठ
दानः- चावल गुड़ मिलाकर गाय को खिलावे।
दानः- चावल गुड़ मिलाकर गाय को खिलावे।
वृषभ
इस राशि के धनभाव में पड़ने वाला ये सूर्य ग्रहण पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति दे सकता है। स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा दाहिनी आंख का ध्यान रखें। कर्ज या लेन-देन के विवादों से दूर रहें।
इस राशि के धनभाव में पड़ने वाला ये सूर्य ग्रहण पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति दे सकता है। स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा दाहिनी आंख का ध्यान रखें। कर्ज या लेन-देन के विवादों से दूर रहें।
पूजन:- माताजी आराधना करें।
दान:- कुत्ते को दूध देवे।
मिथुन
मिथुन राशिवालों के लिए यह ग्रहण सर्वाधिक कष्ट कारक सिद्ध हो सकता है इसलिए वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखे। यात्रा में कष्ट के संकेत हैं।
दान:- कुत्ते को दूध देवे।
मिथुन
मिथुन राशिवालों के लिए यह ग्रहण सर्वाधिक कष्ट कारक सिद्ध हो सकता है इसलिए वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखे। यात्रा में कष्ट के संकेत हैं।
पूजन :-श्रीकृष्ण जी का जाप करे
दान:- कन्या को हरा फल देवे।
कर्क
कर्क राशिवालों के लिए यह ग्रहण आपके लिए स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। बाई आंख का ध्यान रखें, हृदय रोग से बचें। कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। किसी संबंधी अथवा मित्र के द्वारा कष्टकर समाचार मिल सकता है।
दान:- कन्या को हरा फल देवे।
कर्क
कर्क राशिवालों के लिए यह ग्रहण आपके लिए स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। बाई आंख का ध्यान रखें, हृदय रोग से बचें। कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। किसी संबंधी अथवा मित्र के द्वारा कष्टकर समाचार मिल सकता है।
पूजन:- श्रीकृष्ण जी का जाप करे
दान:- कन्या को हरा फल देवे।
सिंह
आय के साधन बढ़ेंगे। भाग्य उन्नति के सभी दरवाजे खोल देगा। ग्रहण से नौकरी में पदोन्नति एवं नए अनुबंध पर हस्ताक्षर के योग बन रहे हैं। विदेशी कंपनियों में भी सर्विस आदि का आवेदन करना चाहें तो असर बेहतर। इन सब के होते हुए भी बड़े भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें।
दान:- कन्या को हरा फल देवे।
सिंह
आय के साधन बढ़ेंगे। भाग्य उन्नति के सभी दरवाजे खोल देगा। ग्रहण से नौकरी में पदोन्नति एवं नए अनुबंध पर हस्ताक्षर के योग बन रहे हैं। विदेशी कंपनियों में भी सर्विस आदि का आवेदन करना चाहें तो असर बेहतर। इन सब के होते हुए भी बड़े भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें।
पूजन :- श्रीकृष्ण जी का जाप करे
दान:-कन्या को हरा फल देवे।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण माता पिता के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। अधिकारियों से संबंध बनाकर रखें नौकरी में भी स्थान परिवर्तन की संभावना है अगर ऐसा हो तो सहजता से स्वीकार करें।
दान:-कन्या को हरा फल देवे।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण माता पिता के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। अधिकारियों से संबंध बनाकर रखें नौकरी में भी स्थान परिवर्तन की संभावना है अगर ऐसा हो तो सहजता से स्वीकार करें।
पूजन:- दुर्गा देवी को आराधना
दान:- खड़े मूँग का करे।
तुला
यह सूर्य ग्रहण तुला राशिवालों के कार्य बाधा उत्पन्न करा सकता है। स्वास्थ्य के प्रति चिंता तो रहेगी किंतु संतान संबंधी चिंता भी आपको तंग कर सकती है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो पढ़ाई में और मन लगाएं ताकि परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में परेशानी न हो। धर्म-कर्म के मामलों में अरुचि बढ़ेगी।
दान:- खड़े मूँग का करे।
तुला
यह सूर्य ग्रहण तुला राशिवालों के कार्य बाधा उत्पन्न करा सकता है। स्वास्थ्य के प्रति चिंता तो रहेगी किंतु संतान संबंधी चिंता भी आपको तंग कर सकती है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो पढ़ाई में और मन लगाएं ताकि परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में परेशानी न हो। धर्म-कर्म के मामलों में अरुचि बढ़ेगी।
पूजन :- वैष्णव देवी चालीसा
दान :- कबूतर को ज्वार देवे।
वृश्चिक
यह ग्रहण वृश्चिक राशि के जातकों के स्वास्थ्य के लिए विपरीत प्रभाव कारक सिद्ध हो सकता है। पेट संबंधी अथवा यहां से संबंधित अंगों के विकार से बचें। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बनाएगा। कहीं फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। विरोधी परेशान कर सकते हैं।
दान :- कबूतर को ज्वार देवे।
वृश्चिक
यह ग्रहण वृश्चिक राशि के जातकों के स्वास्थ्य के लिए विपरीत प्रभाव कारक सिद्ध हो सकता है। पेट संबंधी अथवा यहां से संबंधित अंगों के विकार से बचें। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बनाएगा। कहीं फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। विरोधी परेशान कर सकते हैं।
पूजन:- शिव पंचाक्षर का जाप
दान:- पक्षियों को मिक्स अनाज देवे।
धनु
इस ग्रहण के प्रभाव से धनु राशिवालों के दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है इसलिए आपसी सौहार्द बनाए रखें। विवादों से दूर रहे। यात्रा देशाटन पर अधिक व्यय होगा। किसी करीबी को कष्ट का समाचार मिल सकता है।
दान:- पक्षियों को मिक्स अनाज देवे।
धनु
इस ग्रहण के प्रभाव से धनु राशिवालों के दांपत्य जीवन में कटुता आ सकती है इसलिए आपसी सौहार्द बनाए रखें। विवादों से दूर रहे। यात्रा देशाटन पर अधिक व्यय होगा। किसी करीबी को कष्ट का समाचार मिल सकता है।
पूजन:- विष्णु सहस्त्र नाम का जाप
दान:- पपीता ब्राह्मण को भेंट करें।
मकर
यह सूर्य ग्रहण मकर के जातकों को मिलाजुला फल देने वाला होगा। ऋण, रोग और शत्रु आपको तंग कर सकते हैं। गुप्त शत्रुओं से भी बचें। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझायें। स्वास्थ्य संबंधी चिंता से परेशानी बढ़ सकती है। लेकिन आपके कार्यों की सराहना होगी।
दान:- पपीता ब्राह्मण को भेंट करें।
मकर
यह सूर्य ग्रहण मकर के जातकों को मिलाजुला फल देने वाला होगा। ऋण, रोग और शत्रु आपको तंग कर सकते हैं। गुप्त शत्रुओं से भी बचें। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझायें। स्वास्थ्य संबंधी चिंता से परेशानी बढ़ सकती है। लेकिन आपके कार्यों की सराहना होगी।
पूजन:- गणेश जी के 12 नाम का जाप
दान:- चींटी को पंजीरी(कसार) देवे।
दान:- चींटी को पंजीरी(कसार) देवे।
कुंभ
कुंभ राशि के जातको के लिए यह ग्रहण रोमांस के मामलों में उदासीनता लाएगा। प्रेम विवाह के निर्णय में कुछ विलंब हो सकता है। संतान संबंधी चिंता भी परेशान कर सकती है। विद्यार्थियों का पढ़ाई में नुकसान हो सकता है।
कुंभ राशि के जातको के लिए यह ग्रहण रोमांस के मामलों में उदासीनता लाएगा। प्रेम विवाह के निर्णय में कुछ विलंब हो सकता है। संतान संबंधी चिंता भी परेशान कर सकती है। विद्यार्थियों का पढ़ाई में नुकसान हो सकता है।
पूजन:-आराध्य देव का जाप
दान:-गरीब को भोजन सामग्री देवे।
मीन
इस राशि के लिए यह ग्रहण पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति दे सकता है। कहीं न कहीं आपका आर्थिक पक्ष मजबूत भी करेगा।
दान:-गरीब को भोजन सामग्री देवे।
मीन
इस राशि के लिए यह ग्रहण पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति दे सकता है। कहीं न कहीं आपका आर्थिक पक्ष मजबूत भी करेगा।
पूजन:- इष्ट देवता का पूजन
दान:- मछलियों को आटे की गोलियां खिलाये।
दान:- मछलियों को आटे की गोलियां खिलाये।
किस राशियों के लिए शुभ-अशुभ
शुभ :- मेष,सिंह,कन्या,मकर
अशुभ:- मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मीन
सामान्य:- वृषभ,तुला,धनु,कुंभ
शुभ :- मेष,सिंह,कन्या,मकर
अशुभ:- मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मीन
सामान्य:- वृषभ,तुला,धनु,कुंभ
एक नजर डालते है सन 2020 में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की तारीख व समय पर
चंद्र ग्रहण:
10 जनवरी 2020 चंद्र ग्रहण ( पहला)ग्रहण का टाइम: रात 10 बजकर 37 मिनट से 11 जनवरी को 2 बजकर 42 मिनट
कहां दिखाई देगा: भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया
5 जून 2020 चंद्र ग्रहण ( दूसरा)
ग्रहण का टाइम : रात्रि में 11 बजकर 15 मिनट से 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया
5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण (तीसरा)
30 नवंबर 2020 चंद्र ग्रहण ( चौथा)
ग्रहण का टाइम: दोपहर 13 बजकर 02 मिनट से शुरू होगा और शाम 17 बजकर 23 मिनट
सूर्य ग्रहण
21 जून 2020 सूर्य ग्रहण ( पहला)ग्रहण का टाइम: 21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 15 बजकर 03 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया
14 दिसंबर 2020 सूर्यग्रहण ( दूसरा)
ग्रहण का टाइम: शाम को 19 बजकर 03 मिनट से 15 दिसंबर को 12 बजे सूर्यग्रहण
कहां दिखाई देगा: भारत में नहीं दिखेगा,