श्रीराम लागू का निधन पुणे में हुआ है। उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा मराठी सिनेमा में भी काम किया है। श्रीराम लागू ने अपने फिल्मी करियर में 100 से ज्यादा हिंदी और 40 से ज्यादा मराठी फिल्मों में काम किया।
उनके निधन की जानकारी सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ट्विटर के जरिए दी है। उन्होंने ट्वीट कर बताया, महान कलाकार श्रीराम लागू को मेरी श्रद्धांजलि। हमने एक बहुमुखी व्यक्तित्व को खो दिया है। अद्वितीय थिएटर अभिनेता ने सिल्वर स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाया और प्रभाव पैदा किया। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।श्रीराम लागू ने अपने करियर की शुरुआत वो आहटरू एक अजीब कहानी से की थी। ये फिल्म साल 1971 में आई थी।
इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में पिंजरा, मेरे साथ चल, सामना, दौलत जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया। इसके अलावा श्रीराम लागू ने मराठी फिल्मों और नाटक में भी काम किया।
विधाता (1982)
खुद्दार (1994)
लावारिस (1981)
काला बाजार (1989)
इन फिल्मों में उनके शानदार अभिनय के लिए आज भी याद किया जाता है।
उन्हें मराठी थियेटर के दिग्गज कलाकार थे। खास बात ये है कि फिल्मों में अपने से पहले श्रीराम लागू पेशे से डॉक्टर थे, वह नाक-कान और गले के सर्जन थे। उन्होंने एमबीबीएस और एमएस दोनों मेडिकल डिग्री प्राप्त की थीं। उनका जन्म 16 नवंबर 1927 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था।