घर बैठे अपने पसंदीदा होटल या रेस्टोरेंट का खाना खाना होतो अब जगदलुपर में होटल तक जाना जरूरी नहीं है और न ही किसी को खाना मंगाने के लिए तकना पड़ेगा। आपको स्मार्ट फोन ये काम कर देगा। और जोमेटो जो जगदलपुर में आ चुका है वह खाना घर तक पहॅुचा देगा। वो भी आपके पंसदीदा होटल से ।
पिछले महिने जगदलपुर शहर में लाल टी-शर्ट पहले हुए बाईक पर सवार लोगों को देखा तो जानकार कहने लगे अब जोमेटे भी यहां आ गया। इन लाल टी-शर्ट बाईक सवारों की पहचान यह है कि इनके बाईक के पीछे एक बड़ा बैग लटका होता है और टी शर्ट पर लिखा होता है-जोमेटो
जानते है जोमेटो क्या है?
यह online खाना घर तक पहॅुचाने के लिए बनाई गई एक कम्पनी है जिसकी दुनियां में 24 देशों पर शाखाएं सफलता पूर्वक काम कर रहीं है और भारत के 12 चुनिंदा शहरों में कुल 42000 से ज्यादा बड़े होटल्स आते है ।
मजे की बात है इसकी स्थापना आईआईटी के भूतपूर्व छात्रों ने सन 2008 में की जिनके नाम हैं दीपेन्द्र गोयल और पंकज गद्यहे । शरूआत में इसका नाम फूडी बे था जिसे बाद में जोमेटो किया गया ।
foodie Bay renamed as Zomato |
कहते है एक आईडिया जो बदल कर रख दे आपकी दुनियां बस यही हुआ इन इंजीनियरिंग डिग्री धारियों के साथ । इंजिनियरिंग की डिग्री के बाद इन्होंने जो व्यवसाय अपनाया वो बिल्कुल अगल थो जिसकी उन्होंने आईआईटी दिल्ली में पढ़ाई की थी।
बहरहाल ,इसका मुख्यालय दिल्ली-हरियाणा की सीमारेखा पर स्थित गुडगांव में है। छोटे से शुरूआत की गई कोशिश और सतत प्रयास का परिणाम है कि आज जोमेटे का कारोबार काफी फैल चुका है और इसके अन्तगर्त वर्तमान में 4000 से अधिक कर्मचारियों का स्टाफ काम कर रहा है।
जानते है इसकी फंडिग के बारे में
2008 से अब तक जोमेटो की कुछ फंडिंग को देखें तो यह 223.8 मिलियन डाॅलर तक हो चुकी है जिसमें विश्व की नामी गिरामी कम्पनियां निवेश कर चुकी है जिनमें सेक्वीओ कैपिटल तथा टैमासैक है और जोमेटे की कमाई फिलहान 113 मिलियन अमेरिकन डालर है।
कैसे कमाता है जोमेटो
जाहिर है घर तक आपको सेवा देने वाली कम्पनी जोमेटो खुद कैसे कमाती है ये जानने की इच्छा तो है
इसमें नाम आता है विज्ञापनों का । जोमेटो अपने प्लेट फार्म या एप/साईट पर दिखाए जाने वाले होटलों के विज्ञापनों से कमाता है ।
फिर घर तक खाना पहुॅचाने के एवज में ग्राहकों से कुछ पैसा वसूलती है, जो 10 प्रतिशत तक होता है
फिर इसके बाद इसकी कुछ योजनाये है जो जोमेटो गोल्ड और जोमेटे ट्रिट कहा जाता है , इसके माध्यम से भी यह कमाई करती है।
जोमेटो गोल्ड एक लायलिटी कार्यक्रम है जिसके माध्यम से ग्राहको को चुनिंदा होटलों से लायलिटी मिलता है
और जोमेटे ट्रिट में कुछ मीठा फ्रि में देने के की योजना है जिसके माध्यम से भी जोमेटो कमाई करता है। इसमें ग्राहकों को चुनिदा होटलों से खाना मंगाने पर मुफ्त में मीठा देने की योजना है।
जोमेटो के संस्थापक ने साक्षातकार में बताया कि भारतीय 800 से 1000 हजार रूपये प्रतिदिन खाने में औसतन खर्च करता है।
जोमेटो के अलावा और भी कम्पनियां है जो घर तक खाना पहुचने का काम करती है , जैसे उबर ईट, फ़ूड पांडा और स्वीगी